
नई दिल्ली, भारत 23 दिसम्बर, 2025: भारत के सबसे तेज़ी से विकसित होते मॉर्गेज-आधारित फिनटेक प्लेटफॉर्म बेसिक होम लोन ने सेवारत और सेवा निवृत रक्षा कर्मियों एवं उनके परिवारों को विशेष होम लोन समाधान उपलब्ध कराने के लिए उड़चलो हाउसिंग के साथ हाथ मिलाया है।
इस साझेदारी का उद्देश्य डीफेंस एवं सीएपीएफ परिवारों के लिए घर की खरीद को आसान बनाना है। गौरतलब है कि बेसिक की पहुंच 150 से अधिक लेंडर्स तक है और उड़चलो को रक्षाकर्मियों की हाउसिंग संबंधी ज़रूरतों के बारे में विशेष समझ है। ऐसे में दोनों कंपनियां एक साथ मिलकर रक्षा कर्मियों को वैरिफाईड एवं डीफेंस-अनुकूल रेज़िडेन्शियल प्रोजेक्ट खोजने तथा आसान प्रक्रिया के ज़रिए उचित दाम पर सुरक्षित होम लोन पाने में मदद करेंगी।
इस साझेदारी के तहत बेसिक होम लोन रेरा-रजिस्टर्ड, रेडी-टू-मुव एवं नियर-पॉज़ेशन रेज़िडेन्शियल प्रोजेक्ट्स के लिए होम फाइनैंस की सुविधाएं प्रदान करेगी, जिसमें रु 20 लाख या अधिक कीमत वाले 1.5, 2 और कॉम्पैक्ट 3 बीएचके घर, प्लॉटेड डेवलपमेन्ट एवं कच्चे घर शामिल होंगे। अफॉर्डेबल एवं मिड-इंकम हाउसिंग पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा, प्रोजेक्ट्स का चुनाव रक्षाकर्मियों के परिवार की आय और ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए होगा।
इस साझेदारी को शुरूआत में चण्डीगढ़ और पुणे में रोलआउट किया जाएगा और धीरे-धीरे इसे देश भर के मुख्य डीफेंस हब्स में विस्तारित किया जाएगा। अगले तीन सालों में बेसिक होम लोन इस साझेदारी के ज़रिए रु 1000 करोड़ तक के ऋण वितरित करेगी।
यह साझेदारी ऐसे समय में की गई है जब अफॉर्डेबल हाउसिंग सेगमेन्ट की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। 2024 में यह सेगमेन्ट 3.17 बिलियन डॉलर का था और एक अनुमान के मुताबिक 19.8 फीसदी सीएजीआर की दर से बढ़ते हुए 2030 तक 9.46 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। वर्तमान में उत्तर भारत इस दृष्टि से सबसे बड़ा मार्केट है।
‘रक्षा कर्मियों की बात करें तो इनकी आय स्थिर होती है और वे अनुशासन के साथ अपना ऋण चुकाते हैं, इसके बावजूद उनकी हाउसिंग फाइनैंस संबंधी जरूरतों को नज़रअंदाज़ किया जाता है। उड़चलो के साथ यह साझेदारी उनकी इंकम, पोस्टिंग एवं लॉन्ग-टर्म प्लानिंग को ध्यान में रखते हुए उन्हें लोन के कस्टमाइज़्ड विकल्प प्रदान करेगी।’ अतुल मोंगा, सीईओ एवं सह-संस्थापक, बेसिक होम लोन ने कहा।
राहुल सिंह सिरोही, बिज़नेस हैड- बिल्डर बिज़नेस, बेसिक होम लोन ने कहा, ‘‘इस साझेदारी के माध्यम से हम रक्षा कर्मियों के परिवार की जीवनशैली, बजट एवं ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए उनके लिए फाइनैंस सुविधाओं को सुलभ बनाना चाहते हैं। बिल्डरों, ऋणदाताओं और उड़चलो जैसे प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर हम ऐसा सिस्टम बना रहे हैं जहां घर की खरीद अधिक भरोसेमंद और पारदर्शी बन जाए।’’
उड़चलो इस साझेदारी के ज़रिए सेना कर्मियों, पूर्व सैनिकों, डीफेंस सिविलियन्स और उनके परिवारों को लाभान्वित करेगी। यह प्लेटफॉर्म स्पष्ट टाइटल, बैंक द्वारा स्वीकार्य डॉक्यूमेन्ट्स एवं परिवार की आय के अनुसार डीफेंस एरिया के आस-पास स्थित प्रोजेक्ट्स को चुनता है।
शिवर एरेन, सीईओ, उड़चलो ने कहा, ‘‘हाउसिंग की बात करें तो यह रक्षा कर्मियों के परिवारों के लिए सबसे महत्वपूर्ण लेकिन मुश्किल फैसला होता है। बेसिक होम लोन के साथ साझेदारी में हम उन्हें प्रॉपर्टी की सर्च से लेकर फाइनैंस तक हर ज़रूरी सहयोग प्रदान करना चाहते हैं; ताकि हमारे यूज़र्स को कई लेंडर्स का एक्सेस मिले, वे उचित दाम पर लोन पा सकें तथा उन्हें घर खरीदने की पूरी यात्रा के दौरान हर कदम पर ज़रूरी सहयोग एवं मार्गदर्शन मिले।’’
अगले 3-5 सालों में बेसिक होम लोन और उड़चलो ने मुख्य छावनियों और टियर-2 एवं टियर-3 शहरों में रक्षाकर्मियों के लिए हाउसिंग सुविधाओं को औपचारिक बनाने का लक्ष्य तय किया है। इसके तहत पहली बार घर खरीदने वालों, सेवारत एवं सेवा निवृत कर्मचारियों के लिए संरचित प्रणाली का निर्माण किया जाएगा।
बेसिक होम लोन प्रॉपराइटरी लेंडिंग-मैचिंग टेक्नोलॉजी स्टैक के साथ एक फिजिटल होमलोन मॉडल पर काम करती है, इसके साथ 150 से अधिक लेंडिंग पार्टनर्स जुड़े हुए हैं। कंपनी अब तक 3.50 लाख से अधिक उपभोक्तओं को अपनी सेवाएं प्रदान कर चुकी है और देश के 650 से अधिक ज़िलों में तकरीबन रु 45,000 करोड़ के लोन के लिए अनुमोदन हासिल कर चुकी है।