नईदुनिया प्रतिनिधि,ग्वालियर: हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत ही पवित्र माना जाता है। सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। सावन के माह में हर सोमवार को शिवभक्त व्रत रखते हैं, जिससे शरीर और आत्मा दोनों की शुद्धि होती है। व्रत के दौरान फलाहार या सात्विक भोजन किया जाता है। ऐसे में सेहत का ख्याल रखना भी बहुत आवश्यक होता है, जिससे शरीर एनर्जेटिक रहे।
सावन के उपवास के दौरान ऐसा सात्विक भोजन किया जाना चाहिए, जिससे शरीर को एनर्जी मिलती रहे और उपवास कठिन न लगे । न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन डॉ. सीमा राना ने बताया कि व्रत के दौरान क्या खाना चाहिए, जो शरीर एनर्जी से भरपूर रखेगा और सेहत को भी फायदा पहुंचाएगा।
व्रत के दौरान मौसमी फल जैसे - केला, सेब, संतरा, पपीता, तरबूज, आम आदि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा दूध से बनी चीजों जैसे कि मखाने की खीर, साबूदाने की खीर, कुट्टू के आटे की पूरी, पराठा, पकौड़ी और सिंघाड़े के आटे से बनी चीजें, उबले हुए आलू, आलू की टिक्की, आलू का हलवा, शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल पानी का सेवन कर सकते हैं। वहीं, व्रत में सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का प्रयोग कर सकते हैं।
राजगिरा, जिसे रामदाना या चौलाई भी कहा जाता है। एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है जो भारत में उपवास के दौरान बहुत लोकप्रिय है। इसे कई तरह से खाया जाता है, जैसे कि लड्डू, चिक्की, रोटी और नमकीन। राजगिरा प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, और अन्य पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है।
व्रत में साबूदाना की खिचड़ी बनाकर भी खा सकते हैं। साबूदाना की खिचड़ी पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इसमें कई तरह की सब्जियां भी मिला सकते हैं, इससे यह और भी पौष्टिक हो जाती है। अगर आप इसे खाते है तो यह आपको लंबे समय तक एनर्जेटिक बनाए रखने में मदद करता है।
कुट्टू आटा पचने में थोड़ा भारी होता है जबकि सिंघाड़ा आटा हल्का और जल्दी पचने वाला होता है। इससे व्रत में यह ज्यादा आरामदायक होता है। कुट्टू आटा कैलोरी में थोड़ा अधिक होता है जिससे यह अधिक ऊर्जा प्रदान करता है जबकि सिंघाड़ा आटा कम कैलोरी वाला होता है और वजन घटाने में मदद कर सकता है।
फ्रूट रायता एक स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन है, जो दही और फलों के मिश्रण से बनता है। यह पाचन में सुधार, शरीर को ठंडा और कई विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। व्रत के दौरान फ्रूट रायता फायदेमंद हो सकता है।
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व्रत के दौरान कच्चे केले की टिक्की बहुत फायदेमंद होती है। यह पाचन, हार्ट और वजन कंट्रोल में भी मदद करती है। कच्चे केले में हाई मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। इसके अलावा कच्चे केले में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करने में असरदार होता है।
डाइटिशियन सीमा राना बताती हैं कि व्रत रखने से शरीर को डिटाक्स करने में मदद मिलती है, लेकिन अगर व्रत के दौरान सही खानपान न हो तो शरीर में कमजोरी, चक्कर और थकावट जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में जरूरी है कि व्रत के दौरान ऐसे सात्विक और पौष्टिक फूड्स का सेवन किया जाए जो ना सिर्फ भूख को कंट्रोल करें बल्कि शरीर को भी भरपूर एनर्जी दे।