नईदुनिया, लामता बालाघाट (Balaghat News)। वन परिक्षेत्र उत्तर सामान्य लामता में मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के एक सप्ताह से विचरण कर रही है। मादा तेंदुआ और उसके शावकों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने लामता में पिंजरा लगाया है। पिंजरे में एक बकरा भी रखे हैं, लेकिन कैद होने की बजाए नरसिंगा के जंगल में मंगलवार को शाम एक गाय का शिकार कर लिया। शिकार की घटना के बाद से लोगों ने जंगल में मवेशियों को चराना बंद कर दिया है।
वन परिक्षेत्र उत्तर सामान्य लामता में 23 बीटे आती हैं, इतनी बीटों के जंगल वन्य प्राणी अनुभव क्षेत्र सोनेवानी लालबर्रा, सिवनी पेंच और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के कारिडोर से लगे हैं। जंगल में बाघ, तेंदुआ, भालू, बायसन, जंगली सूअर, चीतल, सांभर के अलावा अन्य वन्य प्राणी अधिक हैं।
कई बार ये वन्य प्राणी विचरण करते हुए राहगीरों को सड़क पर दिख जाते हैं। साथ ही खेत, गांव और शहर तक पहुंचने से लोगों में भय बना रहता है। इस क्षेत्र में मादा तेंदुआ ग्राम चांगोटोला में पहले सरपंच व थाना परिसर में घुस गई थी। इसके बाद सकरी, नरसिंगा की ओर आ गई। फिर वहां से लामता तहसील मुख्यालय में प्रवेश की। यहां लगातार चार दिन तक प्रवेश कर एक गाय के बछड़े का शिकार किया। एक सप्ताह आतंक रहने के बाद नरसिंगा की पहाड़ी वाले जंगल में मंगलवार को गाय का शिकार कर लिया।
मादा तेंदुआ के बढ़ते मूवमेंट को देखते हुए वन विभाग ने सात वनकर्मियों को गश्त पर लगा रखा है। ये वनकर्मी दिन के अलावा रात्रि में तेंदुआ का जहां मूवमेंट होने की सूचना मिलती है उस गांव में जाकर गश्त कर रहे है और लाउड स्पीकर के जरिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह देते है। वनकर्मी वर्तमान में लामता तहसील मुख्यालय में गश्त कर रहे हैं।
नरसिंगा के पहाड़ी वाले जंगल में एक गाय का शिकार मादा तेंदुआ ने किया है। मौके पर बीटगार्ड ने जाकर पंचनामा तैयार कर मुआवजा की कार्रवाई की गई। तेंदुआ के मूवमेंट को लेकर लोगों को सतर्क रहने के साथ ही सूनसान क्षेत्र में नहीं जाने की सलाह दे रहे हैं।
कृष्ण कुमार नामदेव, वन परिक्षेत्र अधिकारी, उत्तर सामान्य लामता।