नईदुनिया प्रतिनिधि, बड़वानी। बारिश के दौरान जिले के वन्य क्षेत्रों में वन्य प्राणियों के हमले बढ़ गए हैं। राजपुर क्षेत्र के ग्राम इंदलपुर में खेत के पास खेल रहे आठ वर्षीय बालक सुभाष पुत्र मांगीलाल पर तेंदुए ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने शोरगुल कर उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। क्षेत्र के ही ग्राम लिंबई में गत माहों में अज्ञात वन्य प्राणी के हमले से छह लोगों की मौत हुई थी। उसके बाद यह सातवीं मौत का मामला सामने आया है।
जानकारी के अनुसार बालक के साथ गांव के अन्य बच्चे भी खेल रहे थे। तभी अचानक तेंदुए ने दस्तक दी और सुभाष पर हमला बोला और उसे जबड़े में दबोचकर ले जाने लगा। वहां मौजूद बच्चों ने ग्रामीणों को इसकी सूचना दी। ग्रामीणों ने शोर बचाकर बच्चे को छुड़ाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना के बाद स्वजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। वहीं उक्त घटना के बाद वन विभाग, पुलिस व राजस्व विभाग अलर्ट हो गया है। वन विभाग ने मृतक बालक के स्वजनों को आठ लाख रुपये मुआवजा राशि दी जाएगी।
फिलहाल गांव के लोगों को अकेले खुले खेतों व वन क्षेत्र में नहीं जाने की समझाइश दी जा रही हैं। तेंदूए को पकड़ने के लिए पिंजरा रखने व ट्रैप कैमरे लगाए जाने की कार्रवाई की जा रही हैं। बता दें कि करीब दो माह पूर्व राजपुर के पास ही ग्राम लिंबई में अज्ञात वन्य प्राणी के हमले से छह लोगों की मौत हुई थी। हालांकि उक्त लोगों को रैबिज से मौत के आधार पर वन विभाग ने आठ-आठ लाख रुपये मुआवजा दिया गया हैं। वहीं उक्त घटना के बाद क्षेत्र में मृत मिले सियार को हमलावार माना गया। हालांकि सियार का शव पुराना होने से उसकी रिपोर्ट में कोई खुलासा नहीं हो पाया। मृतकों की मेडिकल रिपोर्ट में मौत का कारण रैबिज आया था।
डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि उक्त गांव के आसपास पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं। रात में गश्त बढ़ा दी गई है और एक विशेष रेस्क्यू टीम भी बुलाई गई है। उन्होंने ग्रामीणों से रात के समय घर से बाहर न निकलने की अपील और सर्तकता बरतने को कहा है। बंसोड के अनुसार इसके पूर्व लिंबई में छह लोगों की मौत हुई थी। जिन पर प्रत्येक प्रकरण में आठ-आठ लाख मुआवजा (कुल 48 लाख) रुपये दिया गया। लिंबई मामले में मृत मिले सियार की रिपोर्ट दिल्ली भेजी थी। चूंकि सियार का शव पूरी तरह खराब होने से जांच में खास बिंदू नहीं मिल पाए। हालांकि मृतकों की मेडिकल रिपोर्ट में रैबिज आया था। जिसके आधार पर मुआवजा दिया गया।