नईदुनिया प्रतिनिधि, भिंड। मंडी में सब्जी की आवक कम हुई तो बाजार में इनके दाम आसमान छू रहे हैं। लोगों को सब्जी खरीदने के लिए भी विचार करना पड़ रहा है। हरा धनिया 200 किलोग्राम तक बिक रही है। इसी तरह अन्य सब्जियों की कीमत भी दोगुना हो गई है। पिछले 15 दिनों में सब्जी बाजार की सूरत ही बदल गई है। सब्जियों के दाम डेढ़ से दोगुना हो चुके हैं। वहीं मंडी में भी हरी सब्जियों की आवक कम होने के कारण बाजार में सब्जियां कम ही दिखाई दे रही हैं। ऐसे में इनकी मांग अधिक होने के कारण सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
बाजार में सब्जी खरीदने के लिए आए ऊषा कालोनी निवासी सीमा जैन का कहना है कि हरी सब्जियों के दाम इतने अधिक हो गए हैं कि अब समझ में नहीं आ रहा है कि कौन सी सब्जी खरीदें। अभी केवल प्याज 20 और आलू का दाम 20 रुपये प्रति किलो ग्राम है। इसके अलावा कोई भी सब्जी 30 रुपये किलो ग्राम से कम नहीं है। ऐसे में लोगों को हरी सब्जी खाने के लिए विचार करना पड़ रहा है।
जिले में इस बार किसानों ने सब्जी की खेती अपेक्षा कृत कम की है। वहीं जिन किसानों ने इस साल सब्जियां उगाई भी थीं। उनकी फसल मौसम की भेंट चढ़ गई। सब्जी का उत्पादन प्रभावित होने से मांग के अनुरूप मंडी में सब्जियों की सप्लाई पिछले 15 दिनों में आधी रह गई है।
थोक सब्जी का व्यापार करने वाले असलम खान के मुताबिक मंडी में बाहर से आने वाली सब्जियों की आवक भी कम हुई है। श्री खान के अनुसार किसान इस बार सब्जी उत्पादन की बजाए अनाज उत्पादन में अधिक रुचि ले रहे हैं। ऐसे में जो सब्जियां बाहर से आ भी रही हैं उनको सुरक्षित बाजारों तक लाने में होने वाले खर्च को जोड़कर किसान भाव वसूल रहे हैं।
सब्जी उगाने वाले किसान राजेन्द्र कुशवाह बताते हैं कि सब्जियों की पैदावार पर मौसम की मार भी पड़ रही है। दिन में गर्म हवाएं और रात में अचानक ठंडी हवाएं चलने से सब्जियां झुलसा रोग से खराब हो रही हैं। इस रोग से बचाने के लिए किसानों के पास सिंचाई के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं है। नहरें बंद हैं, ऐसे में नदी किनारों पर खेती करने वाले किसानों की सब्जियां भी खराब हो रही हैं। फूलदार सब्जियां इसी वजह से महंगी हुई हैं, जिसकी वजह से घरों में रसोई का बजट पूरी तरह गड़बड़ा गया है।
सब्जी - अब - पहले
लौकी - 40 - 10 रुपये किलो
भिंडी - 60 - 20 रुपये किलो
टमाटर - 80 - 20 से 30 रुपये किलो
तोरई - 50 - 15 रुपये किलो
धनिया - 200 - 40 रुपये किलो
अरबी - 60 - 20 रुपये किलो
हरी मिर्च - 80 - 40 रुपये किलो
इटावा रोड निवासी अर्चना नरवरिया ने कहा कि पिछले 15 दिनों में हरी सब्जियों के दामों में एकाएक वृद्धि हुई है। जो टमाटर पहले 20 से 30 रुपये किलो मिल रही थे। वह अब 180 से 200 रुपये किलो तक मिल रहे हैं। इस वजह से रसोई महंगी हो गई है। गीता देवी, गृहणी अटेर रोडवर्जन थ मैं 15 दिन पहले मंडी में सब्जी खरीदने के लिए गई थी। टमाटर पूर्व में 40 रुपये किलो मिल रहे थे, लेकिन अब 180 रुपये किलो दुकानदार ने बताए। इसलिए बिना टमाटर खरीदी ही लौट आई।