नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश में धर्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार पर्यटन स्थलों पर सुविधाओं का विस्तार कर रही है। इसी उद्देश्य से प्रदेश के प्रमुख पांच प्रमुख धर्मिक पर्यटन स्थलों पर पीपीपी मोड पर रोप वे बनाने की तैयारी है। इनमें भोजपुर, जानापाव, रायसेन किला,ओंकोरश्वर और सलकनपुर शामिल हैं।
मप्र पर्यटन बोर्ड द्वारा इसकी योजना तैयार कर ईओआई (एक्सप्रेशन ऑफ इंस्ट्रेट) जारी कर दिया गया है और आरएफटी (रिक्वेट आफ प्रजोजल) मिलने के बाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। ओंकारेश्वर काे छोड़कर अन्य स्थलों पर दूसरे विभागों से अनुमति की जरूरत है और फिलहाल अनुमति प्रक्रियाधीन है।
मप्र पर्यटन बोर्ड के संयुक्त संचालक, योजना प्रशांत बघेल ने बताया कि जानापाव और सलकनपुर में वन विभाग और भोजपुर में रोप वे निर्माण कार्य के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) से अनुमित मांगी गई है। यह स्थल एएसआइ के अधीन है।
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इसी प्रकार रायसेन फाेर्ट के लिए एएसआई और वन विभाग दोनों से अनुमति मांगी गई है। अनुमति मिलते ही निर्माण की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। पांचों प्रोजेक्ट की लागत 335 करोड़ रुपये आएगी। ये सभी दो साल में बनकर तैयार होंगे। इन सभी रोप वे में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ये तेज गति वाले, पर्यावरण के अनुकूल, आधुनिक और अधिक क्षमता वाले हों। इन्हें संचालन के लिए 30- 30 साल के लिए लीज पर दिया जाएगा।
पीपीपी मोड के तहत पांच धार्मिक स्थालों में रोप वे निर्माण के लिए ऑफर बुलाए गए हैं। भोजपुर में रोप वे पार्वती मंदिर के पास बनाया जाएगा। यहां से शिव मंदिर तक बाजार लगता है, ट्रैफिक होता है। इसलिए वहां से रोप वे बनेगा।पांचों प्रोजेक्ट की लागत 335 करोड़ रुपए आएगी। कार्य अभी योजना स्तर पर है और प्रक्रिया पूरी होने में कुछ समय लग सकता है।
- बिदिशा मुखर्जी, अपर प्रबंध संचालक, मप्र पर्यटन बोर्ड
- लागत 80.85 करोड़ है।
- लंबाई 420 मीटर
- ऊंचाई 12 मीटर रहेगी
- 950 यात्री हर घंटे जा सकेंगे।
- लागत 80.85 करोड़ है।
- रोजाना औसतन दो हजार पर्यटक पहुंचते हैं।
- लागत 17.03 करोड़।
- लंबाई 580 मीटर
- ऊंचाई 127 मीटर रहेगी।
- चार सौ यात्री हर घंटे जा सकेंगे।
- रोजाना औसतन तीन सौ पर्यटक पहुंचते हैं।
- लागत 133.39 करोड़।
- लंबाई 1500 मीटर।
- ऊंचाई 263 मीटर रहेगी।
- 1200 यात्री हर घंटे जा सकेंगे।
- रोजाना औसतन दस हजार पर्यटक पहुंचते हैं।
- लागत 84.01 करोड़।
- लंबाई 465 मीटर।
- ऊंचाई 58 मीटर होगी।
- सात सौ यात्री हर घंटे जा सकेंगे।
- रोजाना औसतन नौ हजार पर्यटक पहुंचते हैं।
- लागत 19.54 करोड़ है।
- लंबाई 617 मीटर।
- ऊंचाई 192 मीटर रहेगी।
- 400 यात्री हर घंटे जा सकेंगे।
- रोजाना औसतन 500 पर्यटक पहुंचते हैं।