Weather Of MP: मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट, ग्वालियर, भोपाल और इंदौर सहित 53 जिलों में बरसेगा पानी
मध्य प्रदेश के कई जिलों में मानसून सक्रिय हो गया है। टीकमगढ़ में सबसे अधिक 262 मिमी बारिश हुई। कई स्थानों पर जलभराव और नदियों में बाढ़ जैसे हालात हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने ग्वालियर, चंबल, भोपाल, सागर और उज्जैन संभागों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
Publish Date: Sun, 22 Jun 2025 08:58:02 PM (IST)
Updated Date: Sun, 22 Jun 2025 08:58:02 PM (IST)
मध्य प्रदेश में सोमवार को झमाझम बारिश के आसार। (फोटो- एआई जनरेटेड)HighLights
- ग्वालियर-चंबल में अतिवृष्टि की संभावना जताई गई
- बंगाल की खाड़ी में नया चक्रवात बनने की आशंका
- पाकिस्तान से बांग्लादेश तक द्रोणिका लाइन सक्रिय
नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का सिलसिला तेज हो गया है। उत्तरी मध्य प्रदेश में कई क्षेत्रों में भारी बारिश भी हो रही है। इसी क्रम में टीकमगढ़ में पिछले शनिवार सुबह आठ बजे से रविवार शाम पांच बजे तक 262 मिलीमीटर यानी 10.30 इंच बरसात हो चुकी थी। भारी बरसात की वजह से कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है। वहीं छोटी बरसाती नदियों में बाढ़ आ गई है।
इसके अलावा रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में 35, नर्मदापुरम में 33, ग्वालियर में 25, भोपाल में 21, रायसेन में 20, मलाजखंड में 17, पचमढ़ी में 13, गुना एवं शिवपुरी में सात, दमोह में छह, छिंदवाड़ा एवं सिवनी में पांच, बैतूल, इंदौर एवं खजुराहो में चार, उमरिया एवं सागर में दो, धार एवं उज्जैन में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
इन संभागों में होगी तेज बारिश
- मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार-मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अतिवृष्टि हो सकती है। शेष जिलों में छिटपुट बारिश होने की संभावना है।
- अभी दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात भी संबद्ध है। जो दक्षिण की और झुका हुआ है। इस मौसम प्रणाली के उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है।
- दक्षिणी पाकिस्तान से लेकर बांग्लादेश तक पूर्वी-पश्चिमी द्रोणिका बनी हुई है, जो उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश से होकर जा रही है। बांग्लादेश और उससे लगे पश्चिम बंगाल पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। पंजाब से लेकर बिहार तक एक द्रोणिका लाइन बनी हुई है। 25 जून को बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में नया चक्रवात बनने की संभावना है।