नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। शहर को झुग्गी मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन, नगर निगम और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारियों ने डीपीआर तैयार कर ली है। इसे अब जल्द ही शासन के सामने रखा जाएगा,जहां से अनुमति मिलते ही काम शुरू किया जाएगा।
इससे पहले जिला प्रशासन द्वारा शहर में बने हाउसिग फार ऑल के आवासों का सर्वे कार्य करवाया जा रहा है। इसकी शुरूआत टीटीनगर वृत्त से की गई है, यहां पर एसडीएम टीटीनगर अर्चना रावत शर्मा की टीम ने चार महीने में सर्वे किया है।
इसमें पता चला कि 500 आवासों में किरायेदार निवास कर रहे हैं, जो कि पूरी तरह गलत है। इस सर्वे रिपोर्ट को अब कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को भेजा जाएगा, जिसके बाद इन आवासों को निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी।
टीम द्वारा हाउसिंग फार आल (एचएफए) समेत अन्य योजनाओं के तहत आवंटित मकानों का सर्वे किया गया।इसमें सात प्रमुख प्रोजेक्ट श्याम नगर, अर्जुन नगर फेज-एक, फेज-टू, गंगा नगर, अंबेडकर नगर, राहुल नगर और मद्रासी कालोनी शामिल हैं। इन स्थानों पर चार हजार 866 आवास बने हैं, इनमें से तीन हजार 297 में लोग रह रहे हैं, इन्हीं में से करीब 500 आवास किराए पर हैं और 202 को हितग्राही ने किसी और को बेच भी दिया है। एक हजार 130 आवासों में ताला लगा मिला। एसडीएम अर्चना रावत शर्मा ने बताया कि सर्वे रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेजी गई है। जिनमें किरायेदार निवास कर रहे हैं उनको निलंबित कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रशासन ने जब पूर्व में सितंबर 2024 में सर्वे कराया था तो उस दौरान 21 प्रतिशत आवास में मूल आवंटी नहीं मिले थे। अधिकांश में किरायेदार मिले थे। यह सर्वे शहर के पांच प्रोजेक्ट भानपुर, कोकता, हिनोतिया आलम, मालीखेड़ी और राहुल नगर में किया गया था।
नियमानुसार सरकारी योजनाओं में से कोई भी व्यक्ति एक ही बार लाभ ले सकता है। यानी झुग्गी में रहने वाले व्यक्ति को एचएफए के तहत एक मकान मिल गया तो उस परिवार को दूसरा मकान नहीं मिल सकता।
शहर को झुग्गी मुक्त बनाना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसको लेकर डीपीआर तैयार कराई जा रही है।जल्द ही शासन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।इससे पहले शहर में पूर्व से बने हाउसिंग फार आल के आवासों का सर्वे भी कराया जा रहा है, जिससे यह पता लग सकेगा कि इनमें हितग्राही रह रहे हैं या फिर अन्य कोई निवास करने लगा है।
कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर
परियोजना - आवास - निवासरत - बेचे- ताला मिला
कुल - 4,561 - 3297-202-1062