नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया एयरपोर्ट ग्वालियर पर शनिवार दोपहर बड़ा विमान हादसा टल गया। बेंगलुरु से ग्वालियर पहुंची एयर इंडिया की बोइंग 92742 जब लैंडिंग करने लगी तो विमान में जोरदार झटके लगने लगे। पायलट ने तुरंत ही विमान को उतरने से रोक लिया। कुछ ही पलों बाद पायलट ने दोबारा विमान उतारने की कोशिश की तो विमान में पहले प्रयास के दौरान लगे झटकों के मुकाबले कहीं ज्यादा तेज झटके लगे। इस दौरान विमान के यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।
विमान शनिवार सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर बेंगलुरु से रवाना होकर दो बजकर 30 मिनट पर ग्वालियर एयरपोर्ट पर पहुंचा। लैंडिंग के समय रनवे को टच करते ही विमान झटका खाने लगा। पायलट ने तुरंत ही विमान को टेक ऑफ कर लिया। कुछ मिनट बाद दोबारा उतरते समय भी विमान असामान्य गति से रनवे पर आया। यात्रियों के अनुसार तेज झटके लगे। लैंडिंग इतनी खतरनाक थी कि सीटों से लाइफ जैकेट तक बाहर आ गईं।
यात्रियों का कहना है कि लैंडिंग के समय विमान की दाहिनी विंग का एक हिस्सा ढंग से नहीं खुला, जिससे स्पीड नियंत्रित नहीं हो पाई। एक यात्री ने आरोप लगाया कि विमान की गति बेहद तेज थी और बिल्कुल भी स्मूथ लैंडिंग नहीं हुई। यात्रियों का कहना है कि क्रू और पायलट की ओर से न तो किसी तरह का ऐलान किया गया और न ही स्थिति को लेकर जानकारी दी गई। इस कारण घबराहट और बढ़ गई।
घटना के बाद यात्रियों ने एयरपोर्ट अथॉरिटी को लिखित शिकायत दी और एयर इंडिया से जवाब मांगा। यात्रियों ने मांग की है कि जांच कर जिम्मेदारी तय की जाए। ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो। उल्लेखनीय है कि एयर इंडिया पहले से अहमदाबाद हादसे को लेकर आलोचना झेल रही है। 12 जून को एयर इंडिया का बोइंग विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 242 यात्रियों की मौत हुई थी।
ये भी पढ़ें- MP के रीवा में धार्मिक तनाव, दरगाह में तोड़फोड़ कर फहराया भगवा झंडा, भारी पुलिस बल तैनात
अब ग्वालियर की इस घटना ने एयर इंडिया की सुरक्षा और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, एयरपोर्ट डायरेक्टर एके गोस्वामी ने कहा कि पहली बार लैंडिग में दिक्कत आने पर एयर इंडिया की बोइंग की दोबारा लैडिंग सुरक्षित तरीके से कराई गई। इस बीच यात्रियों में अफरा-तफरी की स्थिति जरूर बन गई थी।