
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ कार्यालय अधीक्षक राजेश सक्सेना को 25,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस रिश्वत की रकम का लेनदेन अनुकंपा नियुक्ति के एवज में किया जा रहा था। जानकारी के अनुसार, आवेदिका वर्षा घेघंट (आयु 29 वर्ष), निवासी गैंडे वाली सड़क, बकरा मंडी, लश्कर नगर निगम में वार्ड 58 जोन 13 में सफाई संरक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
उनके पिता की मृत्यु के बाद विभागीय प्रक्रिया के तहत उन्हें अनुकंपा नियुक्ति और मृत्यु उपरांत देयकों का भुगतान किया जाना था। लेकिन इसके एवज में अधीक्षक राजेश सक्सेना (आयु 60 वर्ष) ने उनसे 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी और राशि किस्तों में देने की बात तय की थी। इस मामले की शिकायत आवेदिका ने लोकायुक्त को दी।
शिकायत प्राप्त होने पर लोकायुक्त पुलिस ने आवेदिका की सूचना का सत्यापन कराया, जो सही पाई गई। इसके बाद ट्रैप दल गठित कर कार्रवाई की योजना बनाई गई। बुधवार को आरोपित ने आवेदिका को अपने कार्यालय स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम ग्वालियर बुलाया और 25,000 रुपये की पहली किस्त की मांग की। जैसे ही आवेदिका ने राशि सौंपी, आरोपित ने उसे गिनकर टेबल पर रख लिया।
ठीक उसी समय लोकायुक्त की टीम, जो पहले से ही आसपास तैनात थी, ने दबिश देकर आरोपित अधीक्षक राजेश सक्सेना को रंगे हाथों रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र कर आरोपित को हिरासत में लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 (संशोधित अधिनियम 2018) के अंतर्गत अपराध दर्ज किया गया है।