विजय विश्नोई, नईदुनिया, हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिले में बेटियों को सशक्तीकरण का एक नया अध्याय शुरू हुआ है। जिले में प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे रेवा शक्ति अभियान का उद्देश्य ऐसे परिवारों को सम्मानित महसूस कराना है, जिनके यहां संतान के रूप में केवल बेटियां हैं।
जिला प्रशासन ऐसे परिवारों को एक कीर्ति कार्ड जारी कर रहा है। इस कार्ड के आधार पर ऐसे परिवार जिले के चुनिंदा स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, बस, होटल, रेस्टोरेंट, सुपर मार्केट और किराना की दुकानों पर दो से 25 प्रतिशत तक छूट ले पाएंगे।
दरअसल, अपनी उपजाऊ जमीन और उन्नत खेती के लिए मध्य प्रदेश का मिनी पंजाब कहा जाने वाला हरदा जिला बिगड़ते लिंगानुपात की वजह से चिंता में है। यहां छह वर्ष आयु वर्ग तक के प्रत्येक एक हजार बालकों की तुलना में बालिकाओं की संख्या 894 रह गई है।
इस स्थिति में सुधार के लिए हरदा कलेक्टर आदित्य सिंह ने यह अनूठी पहल की है। इसके तहत केवल बालिका संतान वाले परिवारों का डाटर्स क्लब गठित किया गया है।
इसमें अब तक 1300 से अधिक परिवार पंजीयन करा चुके हैं। इन परिवारों को एक कीर्ति कार्ड के नाम से एक परिचयपत्र जारी किया जा रहा है। योजना है कि इस कार्ड धारक को सरकारी कार्यालयों, जनसुनवाई आदि में भी प्राथमिकता दी जाएगी।
यही नहीं, निजी स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, बस, सुपर मार्केट, किराना स्टोर, होटल, रेस्टोरेंट और पर्यटन केंद्रों पर इस क्लब से जुड़े लोगों को दो प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी। इस अभियान से जुड़ रहे प्रतिष्ठानों को भी रेवा मित्र प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है। यह प्रमाणपत्र वे अपने संस्थान के डिस्प्ले पर लगा रहे हैं, ताकि पता चले कि यहां योजना के तहत छूट मिलेगी।
सोसाइटी फार प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स के प्रदेश अध्यक्ष दीपक राजपूत ने कहा इस अभियान में केवल बालिका संतान वाले परिवारों को हरदा जिले के 217 स्कूलों के साथ ही मध्य प्रदेश के सभी जिलों में भी निजी स्कूल के शुल्क में छूट दिलाई जाएगी।
जिला प्रशासन का कहना है कि रेवा शक्ति अभियान केवल हरदा ही नहीं प्रदेश के भोपाल, इंदौर, पचमढ़ी, ओरछा जैसे अन्य शहरों से भी चलाया जाएगा।
बातचीत के बाद वहां के भी कई प्रतिष्ठान इस अभियान को समर्थन दे रहे हैं। पचमढ़ी के 6 होटल व्यवसायियों ने 10 से 20 प्रतिशत डिस्काउंट देने पर सहमति दी है।