
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। मंगलवार को वायरल हुए एक ऑडियो क्लिप ने कांग्रेस की राजनीति में भूचाल ला दिया है। ऑडियो रिकार्डिंग शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे और पूर्व शहर अध्यक्ष सुरजीतसिंह चड्डा के बीच फोन पर हुई बातचीत करते सुनाई दे रहे हैं। बैठक को लेकर प्रश्न से बात शुरू होती है जो बाद में इंदौर में सीतलामाता बाजार में दिग्विजय सिंह के आने तक जाती है। ऑडियो क्लिप में चौकसे दिग्विजय सिंह द्वारा डांटे जाने पर नाराजगी जाहिर करते हैं भड़ककर गाली भी बक देते हैं। फोन पर हुई ये चर्चा सितंबर अंत से अक्टूबर माह के पहले सप्ताह के बीच हुई बताई जा रही है।
हालांकि ऑडियो क्लिप सार्वजनिक होने के बाद दोनों ही नेता इसे एआइ और डीपफेक तकनीक से तैयार फर्जी क्लिप बता रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग ऐसे समय सामने आई है जब कांग्रेस में संगठन में कसावट और अनुशासन के लिए पंचमढ़ी में शिविर चल रहा है। नव नियुक्त जिला और शहर अध्यक्षों के लिए आयोजित इस शिविर में चौकसे शामिल नहीं हुए हैं। अगस्त में ही चौकसे को इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया। कभी दिग्विजय सिंह गुट के माने जाने वाले चौकसे अब प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के करीबी कहे जाने लगे हैं। सितंबर के आखिर में सीतलामाता बाजार की दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों के हटाने के मुद्दे पर दिग्विजय सिंह ने इंदौर के इस बाजार में जाने की घोषणा की थी। उसी दौरान चौकसे और सिंह के बीच का विरोध और विवाद सामने आया था।
दिग्विजय सिंह के इस बाजार में जाने की घोषणा हुई तो एक दिन पहले ही चौकसे और पटवारी उसी मुद्दे पर संभागायुक्त से मिलने पहुंच गए। दूसरे दिन जब दिग्विजय सिंह जब बाजार पहुंचे तो चौकसे या पटवारी उनके साथ नहीं थे। इसके अगले दिन कांग्रेस कार्यालय में चौकसे ने कार्यकर्ता-पदाधिकारियों की बैठक लेकर दो टूक कह दिया था कि भोपाल के किसी भी नेता को बिना इजाजत इंदौर कार्यक्रम नहीं करना चाहिए। इसके बाद से सिंह और चौकसे के बीच का विरोध खुलकर सामने आता रहा। इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर भी शहर कांग्रेस के माल्यार्पण कार्यक्रम में इंदौर में होने के बावजूद दिग्विजय सिंह को बुलावा नहीं भेजा गया।
चड्ढा- बोले चिंटू बाबू
चिंटू- काफी हाउस में कोई मीटिंग-विटिंग रखी थी मुझे सूचना नहीं दी? मेरे प्रोग्राम में भी नहीं आए।
चड्ढा- मैं क्यों रखूंगा रखना होगा तो मीडिया में बताकर रखूंगा, मैंने आज तक आपका किसी मुद्दे पर विरोध किया क्या। मैं क्यों एसपी से टीआइ बनूंगा। तुमने चार नंबर में प्रभारी नियुक्त किया, उस पर भी मैंने कुछ कहा क्या? मुझे दिल्ली जाना था तो मैं तो दिग्विजय सिंह जी के प्रोग्राम में भी नहीं गया। (इसके बाद दिग्विजय सिंह के सीतलामाता बाजार में जाने पर बात शुरू होती है)
चड्डा- मैंने तो उनसे कहा था कि बाजार का मुद्दा जो प्रेस कॉफ्रेंस है उसी में उठा देते हैं बाजार जाने की जरुरत नहीं है। लेकिन दिग्विजय सिंह ने कहा कि अब भाजपा वाले मुस्लिमों को नौकरियां भी नहीं करने दे रहे। एक ओर उनके 90 प्रतिशत वोट की आशा रखते हो। साहब ने मुझसे यह बात कही। बात तो सही है।
चिंटू- मुस्लिमों के साथ अन्याय हुआ इस पर लगातार आंदोलन कर रहे, पटवारी जी संभागायुक्त से भी मिल लिए। आप व्यापारी से मिलने की बात कर रहे हो तो पहले व्यापारी से समन्वय तो बैठा ले कि व्यापारी अपने साथ खड़ा होना चाहता है या नहीं?
चड्डा- मेरी बात समझना दिग्विजय सिंह का कद बहुत बड़ा है, अगर वो जा रहे हैं, चलो तुम नहीं गए साथ में लेकिन तुमको ये मीटिंग में बात बोलना ही नहीं चाहिए।
चिंटू- उनके बाप के नौकर है क्या अपन (इसके बाद चौकसे भड़क जाते हैं) सार्वजनिक रूप से डांटेंगे क्या?
चड्डा- कौन किसके बाप का नौकर है, खाने को दे रहा है, पर पिता तुल्य तो पिता तुल्य होता है न इसके बाद चौकसे भड़ककर अपशब्दों का प्रयोग करने लगते हैं, साथ ही अपने साथी पार्षद राजू भदौरिया को सिंह द्वारा डांटे जाने पर भी भड़कते हुए अपशब्दों का प्रयोग करते हैं और कहते हैं कि जयवर्धन को डांटे सार्वजनिक रूप से। साथ ही आगे भी अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं। चड्डा समझाने की कोशिश करते हैं और फिर बाद में विधानसभा कमेटी के लिए नाम मांगे जाने के साथ आडियो में चर्चा खत्म हो जाती है।
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शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि मैंने कोई बात नहीं की मेरी जानकारी में नहीं है और मेरी ऐसी कोई बातचीत चिंटू चौकसे से नहीं हुई। क्लिप फर्जी है। सुरजीत सिंह चड्ढा, पूर्व शहर अध्यक्ष कांग्रेस एआइ से बनी क्लिप है मेरी ना कोई चर्चा हुई ना अपशब्द कहे। एआइ डीपफैक से बनाई ऑडियो क्लिप हो सकती है।