
नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर में मिलावटखोरों और अस्वच्छ परिस्थितियों में खाद्य पदार्थ बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। खाद्य प्रशासन विभाग ने कार्रवाई कर दो गजक भंडार को सील कर दिया। यहां पर गंदगी में गजक और दाना पट्टी का निर्माण किया जा रहा था। यहां पर खाद्य सामग्री तैयार कर छोटे विक्रेताओं को सामग्री सप्लाई की जा रही थी।
दरअसल, नेताजी सुभाष मार्ग स्थित मां दुर्गा गजक भंडार पर शुक्रवार को छापा मारा। मौके पर मुरैना निवासी प्रतिष्ठान संचालक मुकेश राठौर उपस्थित पाए गए। निरीक्षण के दौरान परिसर में भारी गंदगी पाई गई और अत्यंत अस्वच्छ परिस्थितियों में खाद्य पदार्थों का निर्माण व भंडारण किया जा रहा था। गजक और मूंगफली दाना पट्टी के नमूने जांच के लिए लिए गए तथा जनस्वास्थ्य को खतरा देखते हुए प्रतिष्ठान का खाद्य कारोबार तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया।
वहीं खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने पाटनीपुरा क्षेत्र में जय मां दुर्गा गजक भंडार पर भी कार्रवाई की। 56/12 पाटनीपुरा स्थित इस प्रतिष्ठान में बिना वैध खाद्य लाइसेंस के गजक का निर्माण किया जा रहा था। यहां मूंगफली दाना टुकड़ी, गुड़, तिल एवं पिस्ता फ्लेवर गजक का निर्माण गंदगी के बीच पाया गया। सभी खाद्य पदार्थों के नमूने विधिवत रूप से संग्रहित किए गए और गंभीर अनियमितताओं के चलते निर्माण कार्य तत्काल बंद करवाया गया।
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कलेक्टर शिवम वर्मा ने स्पष्ट किया कि नागरिकों को शुद्ध एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। दोनों प्रतिष्ठानों से लिए गए नमूनों को विस्तृत जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला जा जा रहा है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद दोषियों के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।