नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। दोस्तों के साथ इंदौर से जगन्नाथ पुरी दर्शन के लिए निकले छह युवकों की सड़क हादसे में मौत के मामले में पुलिस ने उनके साथी और कार चला रहे सागर यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने सागर पर तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप लगाया है। मृतकों में इंदौर के तीन युवक शामिल है। इनके शव रविवार सुबह घर पहुंचे तो स्वजन बिलख पड़े। सुबह नौ बजे ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
हादसा 15 अगस्त की सुबह राजनांदगांव जिले के बागनदी थाना क्षेत्र के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर हुआ था। पुलिस के अनुसार, इंदौर निवासी सागर यादव (25) अपनी अर्टिगा कार (एमपी 09-डीएच 8684) में अपने दोस्तों के साथ जा रहे थे। सागर ने तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाते हुए डिवाइडर पर चढ़ा दी, जिससे कार गलत दिशा में चली गई और सामने से आ रहे एक ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में सवार छह युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतकों में इंदौर निवासी आकाश मौर्या (28), अमन राठौर (26), सौरभ यादव (26), धार निवासी अभिषेक पाटीदार (24), रतलाम निवासी गोविंद पाटीदार (33) और ओडिशा निवासी संग्राम केशरी सेती (38) शामिल थे। सभी रिलायंस इंश्योरेंस कंपनी में काम करते थे। पुलिस ने सागर के खिलाफ धारा 281 और 106(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कार चला रहे सागर ने शनिवार को बताया था कि वह गाड़ी चला रहा था और दोस्त सो रहे थे। अचानक गाड़ी का पहिया डिवाइडर पर चढ़ गया और इससे पहले कि वो कुछ समझ पाता ये हादसा हो गया।
गुरुवार की शाम को इंदौर से रवाना होने के बाद रात में सभी एक ढाबे में खाने के लिए रुके थे। यहां उन्होंने भोजन किया और स्वजनों से आखिरी बार बातचीत की। यहीं उन्होंने एक सेल्फी भी ली, जिसमें सभी नजर आ रहे हैं। उनकी ये बातचीत और तस्वीर ही आखिरी याद बनकर रह गई है।
इस दुर्घटना में संग्राम केसरी की भी मौत हो गई। वह ओडिशा का था। उसकी पत्नी इन दिनों पेट की बीमारी से जूझ रही है और भुवनेश्वर स्थित एम्स में भर्ती है। दोनों की तीन साल की एक बेटी भी है। संग्राम पत्नी से मिलने जाने वाला था। वह दो साल से इंदौर में रह रहा था। शव लेने आए संग्राम के छोटे भाई ने कहा, भाभी को अभी इस हादसे की कोई जानकारी नहीं है। उन्हें कैसे बता पाऊंगा।
धार निवासी अभिषेक पाटीदार परिवार का सबसे चहेता बेटा था। वह अकेला लड़का था जिसकी पांच बहनों ने कुछ ही दिनों पहले उसे राखी बांधी थी। उसकी मौत की खबर घटना की शाम स्वजनों को मिली। उन्होंने घरवालों को कुछ नहीं बताया। शव पहुंचने तक उन्हें इसकी खबर न देने का फैसला किया। यहां पहुंचे उसके स्वजनों ने कहा कि इकलौता बेटा खोया है, पांच बहनों का भाई नहीं रहा, पता नहीं सब को कैसे संभालेंगे।