नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा : शासकीय गांधी मेमोरियल अस्पताल में प्रसव के बाद पांच महिलाओं की तबीयत बिगड़ने का मामला गरमाने पर अस्पताल प्रशासन ने स्वीकारा है कि दवा के रिएक्शन की वजह से दो महिलाओं की हालत बिगड़ी है।
अस्पताल के अधीक्षक डा राहुल मिश्रा के अनुसार एक इंजेक्शन गलत लगने की वजह से ये हुआ है। इसका उपयोग रोक दिया गया है। महिलाओं को आइसीयू में भर्ती किया था। सभी की हालत में सुधार है। वहीं महिलाओं के स्वजन का आरोप है कि याददाश्त चली गई है।
दरअसल, 26 फरवरी को अस्पताल में 27 महिलाओं का प्रसव कराया गया था। इनमें से पांच महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां सामने आई थीं। जानकारी के मुताबिक रेणु गुप्ता और रानी देवी का इलाज किया जा रहा है।
डाक्टरों के अनुसार स्त्री रोग विभाग में भर्ती पांच महिलाओं को प्रसव के बाद कुछ समस्या आई थी। बाद में आपरेशन किया गया और अब तीन की हालत अब सामान्य है, दो का इलाज किया जा रहा है।
रानी देवी के देवर अतुल कुमार ने आरोप लगाया है कि डाक्टरों ने उनकी बहन को गलत दवा दी। इस कारण याददाश्त चली गई है। प्रसव तक ठीक था, बाद में दवा लेने के बाद उनकी बहन की स्थिति खराब हुई है।
बता दें कि 21 फरवरी को अस्पताल के डाक्टरों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर सांकेतिक विरोध किया था। आरोप था कि शासकीय अस्पतालों में आने वाली कई दवाएं अमानक हैं।