
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी। सुकतरा हवाई पट्टी से उड़ान प्रशिक्षण के दौरान 8 दिसंबर की शाम आमगांव में दुघर्टनाग्रस्त हुए रेडबर्ड एविएशन कंपनी के दुघर्टनाग्रस्त ट्रेनी विमान मामले में 9 दिसंबर बुधवार को छानबीन करने डीजीसीए का तीन सदस्यीय जांच दल सिवनी पहुंचा। जांच दल ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के साथ ही सुकतरा प्रशिक्षण केंद्र पहुंचकर पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया।
हालांकि ट्रेनी विमान दुघर्टना का वास्तविक कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। दुघर्टना के दौरान विमान चला रहे प्रशिक्षु पायलट अशोक छावा, प्रशिक्षक पायलट अजीत एंथोनी घायल है, जिनका उपचार बारापत्थर के निजी अस्पताल में चल रहा है। प्रशिक्षक के सिर तथा ट्रेनी के नाक में चोट लगने की बात सामने आई है।
लखनवाड़ा पुलिस घटना पर घायलों के बयान दर्ज करने निजी अस्पताल पहुंची थी, लेकिन दोनों के बयान दर्ज नहीं हो सके थे। घायल व ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे अन्य छात्र मूलत: कहां के रहने वाले हैं, इसकी जानकारी भी पुलिस विभाग के पास नहीं है।
पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में कंपनी के कर्मचारियों ने बताया था कि उड़ान के दौरान विमान के इंजन का पावर जनरेट नहीं होने के कारण प्रशिक्षु विमान नीचे आने लगा था।
इसी बीच एयर कंट्रोलर स्टेशन से प्रशिक्षक ने संपर्क कर प्रशिक्षु विमान को खेत में साफ्ट लैडिंग कराने की अनुमति मांगी थी, इस दौरान 33 केवी बिजली लाइनों से टकराकर सुकतरा हवाई पट्टी से लगभग 500 मीटर पहले प्रशिक्षु विमान एक खेत के पास गिरकर दुघर्टनाग्रस्त हो गया था।
गौरतलब है कि शहर से 20 किमी दूर सिवनी-नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 44 में सुकतरा हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) से 2 किमी दूर आमगांव के खेत में 8 दिसंबर की शाम रेडबर्ड एविएशन प्रशिक्षण कंपनी का ट्रेनी विमान 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन से टकराकर दुघर्टनाग्रस्त हो गया। इस घटना से बिजली लाइन क्षतिग्रस्त होने से बादलपार व ग्वारी सब स्टेशन के लगभग 80 से 90 गांव में अंधेरा फैल गया था। बिजली कंपनी ने सुधार के बाद सभी गांव में आपूर्ति पुन: बहाल कर दी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि रहवासी क्षेत्र में ऐसी घटना होती तो कई लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी। ग्रामीणों का आरोप है कि रेडबर्ड एविएशन कंपनी की लापरवाही लगातार सामने आ रही है। इसी साल 10 जून को सुकतरा हवाई पट्टी में प्रशिक्षु विमान रन-वे से फिसलकर किनारे पलटकर दुघर्टनाग्रस्त हो गया। प्रशिक्षु विमान के रन-वे से उड़ान भरने अथवा उतारने (लैडिंग) के दौरान पलटा था यह स्पष्ट नहीं हो सका था।
रेडबर्ड एविएशन कंपनी के कर्मचारियों ने किसी तरह की घटना होने तक से इंकार कर दिया था। जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को रन-वे में खड़े प्रशिक्षु विमान के तेज आंधी के कारण रन-वे किनारे पलटकर दुघर्टनाग्रस्त होने जानकारी दी गई थी। बाद में डीजीसीए की टीम मौके पर जांच करने पहुंची थी।
साथ ही घटना के बाद लगभग डेढ से दो माह के लिए सुकतरा हवाई पट्टी से प्रशिक्षण संबंधी उड़ानों को रोक दिया गया था। 10 जून से 12 दिन पहले 30 मई को सुकतरा हवाई पट्टी (रन-वे) में फाल्ट लैडिंग से एक प्रशिक्षु विमान दुघर्टनाग्रस्त हो गया था।
लैडिंग के दौरान प्रशिक्षु विमान में ट्रेनी महिला पायलट का नियंत्रण नहीं होने कारण विमान रन-वे से नीचे उतरकर पलट गया था। हालाकि इस दौरान महिला पायलट को कोई चोट नहीं आई थी।
बाद में पूरी घटना को छिपाने एविएशन कंपनी के कर्मियों ने तिरपाल से क्षतिग्रस्त विमान को ढक दिया था। साथ ही मोबाइल पर वीडियो बनाने आम नागरिकों के मोबाइल लेकर वीडियो डिलीट करवाए थे।
खास बात यह है कि प्रतिदिन शहर की घनी आबादी क्षेत्र में उड़ान भर रहे। प्रशिक्षु विमान (एयर क्राफ्ट) के रन-वे किनारे दूसरी बार पलटने के बाद अब विमान के दुघर्टनाग्रस्त होने से शहरवासियों की चिंता बढ़ गई है।
लोगों का कहना है कि एविशन कंपनी को आबादी क्षेत्र से दूर खेतों अथवा सुरक्षित दायरे में प्रशिक्षु विमान से पायलटों को प्रशिक्षित करना चाहिए, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी घटना की संभावना को टाला जा सके।
10 जून की घटना के बाद कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी का दल जांच करने भेजा था, जिसमें हवाई पट्टी के रखरखाव में खामी पाई गई थी। जांच में सभी बिन्दुओं को शामिल करते हुए प्रतिवेदन अधिकारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सौंप दिया था।
भोपाल से डीजीसीए की टीम दुघर्टनाग्रस्त प्रशिक्षु विमान मामले की छानबीन करने पहुंची है। इस बारे में किसी भी तरह की जानकारी देने के लिए हम अधिकृत नहीं है। दुघर्टना के कारणों के संबंध में डीजीसीए का दल पता लगा रहा है। घायलों पायलटों की स्थिति सामान्य है।
विकास नेन, मुख्य प्रशिक्षण अधिकारी, रेडबर्ड एविएशन कंपनी सुकतरा
विमान दुघर्टना की जांच करने डीजीसीए भोपाल से तीन सदस्यीय दल घटनास्थल मंगलवार को पहुंचा था, जो कारणों का पता लगाने छानबीन कर रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों व कंपनी के कर्मचारियों की विस्तृत जानकारी डीजीसीए के पास रहती है।
सुनील मेहता, पुलिस अधीक्षक सिवनी
पूर्व में हुई विमान दुघर्टनाओं के बारे में मुझे जानकारी नहीं है। जिला प्रशासन की ओर से किसी तरह की पृथक जांच विमान दुघर्टनाग्रस्त होने के मामले में नहीं कराई जा रही है। सुरक्षा सहित सभी तकनीकी बिन्दुओं पर जांच करने डीजीसीए सक्षम है। इसलिए डीजीसीए को प्रकरण में जांच के लिए पत्र लिखा जाएगा।
शीतला पटले, कलेक्टर सिवनी