
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिवनी। शहर की कोतवाली पुलिस ने मुंगवानी रोड पर निर्माणाधीन मकान के पास हुई पंकज ठाकुर की हत्या के दो आरोपितों को गिरफ्तार कर मामले का राजफाश कर दिया है। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने 26 दिसंबर शुक्रवार को प्रकरण का राजफाश करते हुए बताया कि हत्या में शामिल दो आरोपितों राहुल पुत्र राजेश ठाकुर (36) गाडरवाड़ा थाना बंडोल सिवनी तथा कमलेश पुत्र भरत बंदेवार (32) ग्राम पटपडा थाना उमरेठ छिंदवाडा हाल मुकाम डीपी चतुर्वेदी कॉलेज के पीछे सिवनी निवासी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। क्रिकेट सट्टा खेलने दिए गए उधार रुपये वापिस मांगने पर आरोपितों ने मृतक पंकज ठाकुर की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। उल्लेखनीय है कि भाजपा के उत्तर नगर मंडल में सहकोषाध्यक्ष पंकज ठाकुर की गला घोंटकर हत्या की गई थी, जिसका शव 18 दिसंबर की सुबह कोतवाली पुलिस को मिला था।
एसपी मेहता ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि दोनों आरोपित मोबाइल एप से क्रिकेट मैच का सट्टा खेलने के आदी थे। घटना से एक दिन 15 दिसंबर को सट्टा खेलने कमलेश बंदेवार ने अपनी चांदी की चेन देकर मृतक पंकज ठाकुर से 1500 रुपये उधार लिए थे, जो वह सट्टा में हार गए और पंकज को रुपये वापस नहीं लौटा पाए।
अगले दिन 17 दिसंबर को कमलेश व राहुल ने फिर से क्रिकेट में सट्टा लगाने पंकज से 2500 रुपये मांगे। उन्होंने पंकज को आश्वासन दिया कि मैच जीतने के बाद वह 3 हजार रुपये वापस करेंगे व उसे शराब भी पिलाएंगे। पंकज ने कमलेश बंदेवार को फोन-पे से 1700 रुपये ट्रांसफर किए व शराब के लिए 800 रुपये नकद दिए।
शराब लेने के बाद एडवोकेट राज गोस्वामी के मुंगवानी रोड स्थित निर्माणाधीन भवन में बैठकर तीनों ने शराब पी। शराब पीने के बाद जब पंकज ठाकुर ने 4500 रुपये राहुल व कमलेश से वापिस मांगे तो दोनों ने रूपये देने से मना कर दिया। इस पर पंकज ठाकुर ने दोनों की शिकायत कोर्ट कचहरी में करने की धमकी दी गई।
इससे आवेशित होकर आरोपित राहुल व कमलेश ने रस्सी से गला घोंटकर पंकज ठाकुर की हत्या कर दी। हत्या के बाद पंकज ठाकुर की पहनी हुई सोने की अंगूठी व उसके जेब में रखे 4500 रूपये निकालने की बात भी आरोपितों ने स्वीकार की है। इस प्रकरण में पुलिस ने हत्या सहित अन्य धाराएं 315, 3(5) बीएनएस बढाई हैं।
एसपी ने बताया कि 18 दिसंबर को सुबह मुंगवानी रोड के एक निर्माणाधीन मकान के पास महाराज बाग निवासी पंकज ठाकुर का शव मिला था। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में रस्सी से गला घोंटकर हत्या की पुष्टि होने पर पुलिस ने अज्ञात आरोपितों पर प्रकरण दर्ज कर छानबीन शुरू की थी।
विवेचना में पता चला कि मृतक पंकज ठाकुर को आखिरी बार गाडरवाड़ा निवासी राहुल ठाकुर के साथ देखा गया था, जो घटना के बाद से फरार था। जिसे पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। हत्या में एक अन्य आरोपित कमलेश बंदेवार को राहुल से मिली जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
आरोपितों को गिरफ्तार करने में कोतवाली थाना प्रभारी सतीश तिवारी, एसआइ दयाराम शरणागत, राहुल काकोडिया, एसआइ नीरज दुबे (डीएसबी), एएसआइ जसवंत ठाकुर, संतोष बेन, देवेन्द्र जैसवाल (सायबर), प्रधान आरक्षक मुकेश, आरक्षक सतीश, सिध्दार्थ, दिलीप, प्रतीक, विनय, महेन्द्र, संतोष, लोकेश, विश्राम, रविन्द्र, रत्नेश, राजेन्द्र, प्रदीप, अंकित, आरक्षक चालक इरफान के साथ थाना प्रभारी परासिया छिंदवाडा व अन्य स्टाफ की विशेष भूमिका रही।