
नईदुनिया प्रतिनिधि, शाजापुर। जिले के बेरछा थाने में पदस्थ एएसआई भंवरसिंह का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में गंभीर मामले में लेनदेन की बात चल रही है। सामने वाला व्यक्ति 15 हजार रुपये देने की बात कह रहा है। जिस पर एएसआई कह रहा है कि 'मैं बोल दिया हूं आप सीधे साहब से जाकर बात कर सकते हैं, जो मुझे आदेश मिला है, वह मैं बता चुका हूं। देखो यह गंभीर प्रकृति के मामले, यह जांच में जाते हैं। एडीपीओ लेता है, वहां वाला लेता है, दुनिया में बांटना पड़ता है। गंभीर प्रकृति के जितने भी प्रकरण है, इसमें पुलिस इसलिए पैसा लेती है, क्योंकि सबको बांटना पड़ता है, एसपी से भी संपर्क रहता है।'
वीडियो सामने आने के बाद एसपी यशपाल सिंह राजपूत ने एएसआई भंवर सिंह को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया है। मामले की जांच कराई जा रही है।
वीडियो के अंत में एएसआई युवक की शर्ट की जेब में कैमरे की साइड से रखा हुआ मोबाइल देखकर स्थानीय बोली में कहा रहा है कि या मोबाइल के उनांग कर लिया करो, मारे कईं, घड़ी-घड़ी, जेब धर लोग याके, इस पर पास में बैठा व्यक्ति कहता है डर लागे इससे। बहरहाल सामने आए वीडियो ने पुलिस महकमे में फैले रिश्वतखोरी के जाल को उजागर किया है। इससे विभाग की छवि भी धूमिल हुई है।
बहुप्रसारित वीडियो के मामले में पुलिस को किसी तरह की शिकायत अब तक प्राप्त नही हुई है। पुलिस द्वारा मामले की जांच कराई जा रही है। साइबर सेल भी मामले की पड़ताल में लगी है। जिस इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो अपलोड होकर वायरल हुआ, वहां इसे अपलोड करने वाले की जानकारी जुटाई जा रही है।
मामले में एएसआई भंवर सिंह का कहना है कि जुलाई माह में खेत हांकने की बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। उस मामले की विवेचना उन्हें मिली थी। उसी दौरान वीडियो में दिख रहे लोग मिलने आए थे। वीडियो फर्जी है, एआई की मदद से बनाया हया है।