Shivpuri Murder Case में बड़ा खुलासा, ASI ने ही करवाई सगे भाई की हत्या, अंतिम संस्कार के बाद भागा बैंकॉक
MP Crime: पुलिस के अनुसार अजय ने 24 मई 2017 को मंडला में पदस्थ थाना प्रभारी व अपने पिता हनुमान सिंह की संपत्ति को लेकर विवाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। जेल से वह पैरोल पर बाहर आया था। बाहर आकर छोटे भाई से संपत्ति को लेकर हिसाब-किताब मांगा, इसलिए हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।
Publish Date: Mon, 04 Aug 2025 08:30:16 PM (IST)
Updated Date: Mon, 04 Aug 2025 08:30:16 PM (IST)
भाई की हत्या के बाद भारत छोड़कर विदेश भागा ASI भानू तोमर।HighLights
- ASI ने की थी पिता के हत्यारे बड़े भाई की हत्या, नाबालिग भी साजिश में शामिल
- भाई की हत्या के बाद अंतिम संस्कार किया, उसके बाद बैंकाक भाग गया आरोपी
- भाई को जाल में फंसाने के लिए इंदौर की एक नाबालिग और शूटर को दी थी सुपारी
नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। सुभाषपुरा थाना के अंतर्गत ग्राम नयागांव के पास 23 जुलाई को ग्वालियर निवासी अजय उर्फ लीलाधर तोमर की कार को हाईवे पर घेरकर गोलियां मारकर हत्या करने की घटना का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। घटना अजय के छोटे भाई इंदौर में एसपी ऑफिस में पदस्थ एएसआइ भानू तोमर ने अंजाम दिया था। इसमें एक सुपारी किलर धर्मेंद्र कुशवाह, भतीजे मोनेश तोमर के अलावा इंदौर के बाल सुधार गृह से भागी नाबालिग भी शामिल थी।
संपत्ति को लेकर विवाद में की हत्या
पुलिस के अनुसार अजय ने 24 मई 2017 को मंडला में पदस्थ थाना प्रभारी व अपने पिता हनुमान सिंह की संपत्ति को लेकर विवाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। ग्वालियर के दीनदयाल नगर में हुए इस हत्याकांड में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी। जेल से वह पैरोल पर बाहर आया था। बाहर आकर छोटे भाई से संपत्ति को लेकर हिसाब-किताब मांगा, इसलिए हत्या की घटना को अंजाम दिया गया।
हत्या के लिए दी एक लाख की सुपारी
शिवपुरी से ग्वालियर के बीच हाईवे पर हुए हत्याकांड को लेकर एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि घटना में सामने आया है कि भानू तोमर खुद कार से अजय की कार का पीछा कर रहा था। उसने ही अजय के साथ जेल में बंद रहे हत्या के आरोपित धर्मेंद्र कुशवाह को एक लाख रुपये में सुपारी दी थी। अजय को प्रेम जाल में फंसाने के लिए इंदौर की एक नाबालिग लड़की को एक लाख रुपये दिए।
रिश्ते में भतीजा लगने वाले मोनेश तोमर को भी शामिल किया। हत्याकांड के बाद भानु भाई की अंत्येष्टि करने तक घर पर रहा, जैसे ही पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ी तो बैंकाक भाग गया। पुलिस ने हत्या के आरोपित नाबालिग लड़की, धर्मेंद्र, मोनेश को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे बिछाया जाल
- भानू ने पुख्ता प्लान तैयार कर सेंट्रल जेल में अजय के साथ रहे हत्या के आरोपित धर्मेंद्र कुशवाह से संपर्क किया। 26 जनवरी 2025 को धर्मेंद्र जेल से बाहर आया तो उसने उसे एक लाख रुपये की सुपारी दी। भानू बड़े भाई अजय की आशिक मिजाजी से भी वाकिफ था, इसलिए उसने सामूहिक दुष्कर्म के मामले की सह आरोपी इंदौर की एक नाबालिग लड़की को चुना, जो बालिका सुधार गृह इंदौर से 12 जुलाई 2025 को भाग गई थी।
- धर्मेंद्र व लड़की से डील फाइनल होने के बाद 14 जुलाई 2025 को अजय पैरोल पर छूट कर आया तो धर्मेंद्र के माध्यम से अजय का संपर्क नाबालिग लड़की से करवाया गया। दोनों ने मिलने के लिए 23 जुलाई की तारीख फिक्स की। इसके बाद भानू का भतीजा मोनेश लड़की को इंदौर से ग्वालियर लेकर आया। 23 जुलाई को ग्वालियर से लड़की को शिवपुरी ले गए।
- साजिश के तहत लड़की ने अजय को फोन कर शिवपुरी बुलाया। यहां से अजय और लड़की को भोपाल की तरफ जाना था। रास्ते में सुनसान जगह पर हत्या करनी थी परंतु अजय शिवपुरी पहुंचा तो अचानक से प्लान बदला और भोपाल की जगह वह ग्वालियर की तरफ रवाना हो गया। इस पर भानू ने कार से भाई की कार का पीछा किया।
- लड़की ने नयागांव के पास सूनसान इलाके में किसी बहाने कार रुकवाई। इसी दौरान पीछे से कार में सवार होकर आए, भानू, धर्मेंद्र व मोनेश तोमर ने अजय पर फायर कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद भानू लड़की को अपनी कार में बैठाकर घटना स्थल से फरार हो गया।