शिवपुरी में महिला बाल विकास की महिला सुपरवाइजर 20 हजार की रिश्वत लेते पकड़ी गई
30 अगस्त को लाॅ स्टूडेंट शिशुपाल ने अनीता के पास जाकर बात की, उसके बाद लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई। तय योजना के मुताबिक मंगलवार को जैसे ही पेशगी के रूप में 20 हजार रुपये दिए गए, अनीता के बैग से वह जब्त कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में प्रकरण कायम कर लिया गया।
Publish Date: Tue, 05 Aug 2025 07:25:37 PM (IST)
Updated Date: Tue, 05 Aug 2025 08:03:40 PM (IST)
रिश्वत लेते धराई सुपरवाइजर।HighLights
- महिला बाल विकास की महिला सुपरवाइजर 20 हजार की रिश्वत लेते धराई।
- आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर नियुक्ति के लिए मांगे थे दो लाख रुपये।
- उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में प्रकरण कायम किया।
नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में मंगलवार की दोपहर लोकायुक्त की टीम ने महिला सुपरवाइजर अनीता श्रीवास्तव को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर फार्म भरने वाली महिला अभ्यर्थी से भर्ती के एवज में रिश्वत की मांग गई थी। महिला एवं बाल विकास विभाग में ग्रामीण क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के पदों पर भर्ती निकली है।
ग्राम वीरपुर निवासी रानी पुत्री बच्ची लाल जाटव ने अटावीरपुर आंगनबाड़ी केंद्र पर सहायिका के पद पर नियुक्ति के लिए आवेदन किया था। उसके भाई शिशुपाल के अनुसार रानी के पास नरवर विकासखंड के खुदावली सेक्टर में पदस्थ महिला सुपरवाइजर अनीता पत्नी मनोज श्रीवास्तव का फोन आया कि नौकरी चाहिए तो दो लाख रुपये देने होंगे। आपका नाम दूसरे नंबर पर है।
पैसा दे देती हैं तो मैरिट में प्रथम स्थान वाली अभ्यर्थी के दस्तावेज में से कोई एक दस्तावेज कम कर उसे अयोग्य घोषित कर देंगे। 30 अगस्त को लाॅ स्टूडेंट शिशुपाल ने अनीता के पास जाकर बात की, उसके बाद लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई। तय योजना के मुताबिक मंगलवार को जैसे ही पेशगी के रूप में 20 हजार रुपये दिए गए, अनीता के बैग से वह जब्त कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में प्रकरण कायम कर लिया गया।
कहा था, कलेक्टर और मंत्री तक जाती है रिश्वत की रकम
शिशुपाल ने बताया कि उसकी बहन पर पिछले 15 दिन से लगातार फोन कर पैसों के लिए दबाव बनाया जा रहा था। जब पैसा न होने की बात कही तो आखिर एक लाख 50 हजार रुपये पर मान गई। फोन पर यह तक कहा कि रिश्वत की यह रकम सिर्फ वे ही लोग नहीं रखते हैं, बल्कि रकम कलेक्टर और मंत्री तक को भी जाती है।