
एजेंसी, कोयंबटूर। कोयंबटूर गैंगरेप मामले में 20 वर्षीय पीड़ित छात्रा ने अपने साथ हुई दर्दनाक आपबीती सुनाई है। छात्रा अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ कार में थी। इसी दौरान बदमाशों ने हमला कर दिया। उन्होंने कार का शीशा तोड़कर छात्रा के साथ जबरदस्ती की। इस मामले को 40 घंटे से ज्यादा बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है।
पुलिस ने जानकारी दी कि मामला रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे का है। छात्रा और उसका ब्वॉयफ्रेंड कार से घूमते हुए वृंदावन नगर पहुंचे थे। यहां उन्होंने कार खड़ी की थी। इस दौरान तीन बदमाश बाइक पर आए। उन्होंने हथियार से हमला कर कार का शीशा तोड़ दिया। उसके बाद तीनों छात्रा को डराकर बाइक से जबरदस्ती एक किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर ले गए। यहां उसके साथ गैंगरेप की वारदात हुई।
पुलिस को छात्रा के गायब होने की जानकारी मिली। हमने तुरंत ही खोजबीन शुरू कर दी। सुबह तड़के करीब 4 बजे उसका पता लगा। वहां पहुंचे तब तक बदमाश बाइक छोड़कर फरार हो गए थे। बाइक को जब्त कर जांच शुरू की, तो पता चला कि वह चोरी की है। पीड़िता का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सोमवार रात पुलिस ने तीन संदिग्ध सतीश, गुना और कार्तिक को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। ये दिहाड़ी मजदूर हैं। कोयंबटूर में किराये पर कमरा लेकर रह रहे थे। तीनों का इलाज कोयंबटूर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। तीनों के पैर में गोली लगी है।
सदमे में है पीड़िता
शहर के पुलिस आयुक्त ए. सरवण सुंदर ने कहा कि पीड़िता अभी सदमे में है। उसका इलाज चल रहा है। दोस्त की हालत अब ठीक है। 60 से ज्यादा आपराधिक रिकॉर्ड वालों की फोटो दिखाई है, लेकिन वह किसी को भी पहचान नहीं सकी है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।