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डिजिटल डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण इस बार केवल देश ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में रहेगा। भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (IEVP) को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत फ्रांस, दक्षिण अफ्रीका, बेल्जियम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, थाईलैंड और कोलंबिया के 14 प्रतिनिधि 5 और 6 नवंबर को राज्य में रहेंगे।
इनमें से सात प्रतिनिधि 6 नवंबर को मतदान केंद्रों पर जाकर लाइव मतदान प्रक्रिया का अवलोकन करेंगे। वे पटना के विभिन्न मतदान स्थलों का दौरा करेंगे ताकि भारत की चुनावी पारदर्शिता और लोकतांत्रिक प्रणाली को करीब से समझ सकें। उनका उद्देश्य भारत की जन जागरूकता मॉडल से सीख लेकर अपने देशों में लोकतंत्र की मजबूती के लिए उसे अपनाना है।
दिल्ली में हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ
इस कार्यक्रम की शुरुआत नई दिल्ली स्थित भारतीय अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र एवं चुनाव प्रबंधन संस्थान (IIIDEM) में हुई। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और चुनाव आयुक्त डॉ. विवेक जोशी ने विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत किया।
प्रतिनिधियों को ईवीएम (EVM) और वीवीपैट (VVPAT) का लाइव डेमो भी दिखाया गया। आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने मतदाता सूची तैयार करने, चुनाव संचालन और भारत में अपनाई गई सर्वोत्तम चुनावी प्रथाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
मतदान केंद्रों का दौरा और अवलोकन
विदेशी प्रतिनिधि 5 और 6 नवंबर को ईवीएम डिस्पैच केंद्रों का निरीक्षण करेंगे और मतदान के दिन पटना के संवेदनशील मतदान केंद्रों का दौरा करेंगे। चुनाव आयोग का कहना है कि इस कार्यक्रम से भारत को न केवल अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को प्रस्तुत करने का अवसर मिलता है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर चुनावी सहयोग और पारदर्शिता की मिसाल भी स्थापित करता है।
लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत के लोकतंत्र की मजबूती और मतदाता जागरूकता को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदर्शित करने का एक अवसर है। 2014 से चल रहे इस कार्यक्रम ने अब तक कई देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के साथ सहयोग को बढ़ाया है। पिछले वर्षों की तरह इस बार भी विदेशी प्रतिनिधि बिहार में मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता और सुरक्षा का अवलोकन कर अपने देशों में अनुभव साझा करेंगे।