
डिजिटल डेस्क। जयपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर चौमू में बीती रात अचानक माहौल बिगड़ गया। बस स्टैंड के पास स्थित एक मस्जिद के बाहर पड़े पत्थरों और रेलिंग को हटाने को लेकर (Jaipur Violence) विवाद हुआ, जिसने देर रात हिंसक रूप ले लिया। हालात काबू में करने पहुंची पुलिस पर ही भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार, यह घटना 25 और 26 दिसंबर की दरमियानी रात करीब 3 बजे की है। पथराव में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और हालात नियंत्रण में बताए जा रहे हैं। पुलिस ने अब तक 10 लोगों को हिरासत में लिया है।
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: Security forces were deployed after a stone pelting incident in Chomu.
DCP West, Jaipur, Hanuman Prasad Meena says, "There is a Kalandari Mosque here where a dispute over encroachment had been ongoing for quite some time. One party voluntarily… pic.twitter.com/Ag8VkRbAA7
— ANI (@ANI) December 26, 2025
जयपुर पश्चिम के डीसीपी हनुमान प्रसाद मीना ने बताया कि इलाके में स्थित कलंदरी मस्जिद के आसपास अतिक्रमण को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। एक पक्ष ने पहले स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लिया था, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने लोहे के एंगल लगाकर उसे दोबारा स्थापित करने की कोशिश की। जब पुलिस ने इन ढांचों को हटाया, तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव शुरू कर दिया।
स्थिति को शांत बनाए रखने के लिए प्रशासन ने चौमू क्षेत्र में (Chomu News) 26 दिसंबर सुबह 7 बजे से 27 दिसंबर सुबह 7 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: Police detained some people following the incident of stone pelting in Chomu. Heavy security deployed. https://t.co/oo30MVUGcc pic.twitter.com/J7IGcKr96M
— ANI (@ANI) December 26, 2025
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, धार्मिक स्थल के पास करीब 45 सालों से सड़क किनारे पत्थर पड़े हुए थे। ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन ने इन्हें हटाने का फैसला किया था। इस फैसले से पहले संबंधित समुदायों से बातचीत भी की गई थी और सहमति के बाद ही काम शुरू हुआ था।
पत्थर हटाने के बाद जैसे ही वहां रेलिंग लगाने का काम शुरू हुआ, कुछ लोगों ने इसका विरोध किया, जो बाद में हिंसा में बदल गया। फिलहाल प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही जा रही है।