
धर्म डेस्क। नीम करोली बाबा के उपदेश आज भी लोगों के जीवन में मार्गदर्शन का काम करते हैं। उनकी शिक्षाएं न केवल मन की अशांति को दूर करती हैं, बल्कि सही और सादा जीवन जीने की राह भी दिखाती हैं।
नीम करोली बाबा मानते थे कि जीवनयापन के लिए धन बेहद जरूरी है। इंसान को अपनी और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए मेहनत करनी चाहिए और ईमानदारी के साथ धन कमाना चाहिए। उनका कहना था कि धन कमाना गलत नहीं है, लेकिन इसे कमाने का तरीका हमेशा सत्य और नैतिक होना चाहिए।
बाबा के अनुसार, अगर धन गलत रास्तों से कमाया जाए तो वही पैसा जीवन में दुख, तनाव और अशांति लेकर आता है। उन्होंने ऐसे तीन तरीकों का जिक्र किया है, जिनसे कमाया गया धन व्यक्ति का जीवन खराब कर सकता है।
नीम करोली बाबा कहते थे कि जरूरत से ज्यादा पाने की इच्छा ही लोभ को जन्म देती है। लोभ में आकर कमाया गया धन कभी संतोष नहीं देता। ऐसे लोग चाहे जितना भी कमा लें, मन से हमेशा खाली और अशांत रहते हैं। यह धन खुशी नहीं, बल्कि बेचैनी बढ़ाता है।
आज के समय में दिखावे की होड़ ने लोगों को जरूरत से ज्यादा खर्च करने के लिए मजबूर कर दिया है। जब खर्च बढ़ता है, तो उसे पूरा करने के लिए गलत तरीकों से पैसा कमाने की सोच भी पैदा होती है। नीम करोली बाबा के अनुसार, दिखावे के लिए कमाया गया धन न तो टिकता है और न ही सुकून देता है।
बाबा का स्पष्ट कहना था कि धोखे, छल और बेईमानी से कमाया गया धन कभी स्थायी नहीं होता। ऐसा धन व्यक्ति के जीवन में बीमारियां, मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह लेकर आता है। अंत में यह पैसा सुख देने के बजाय दुख का कारण बनता है।
नीम करोली बाबा की यह सीख आज भी उतनी ही प्रासंगिक है धन कमाएं, लेकिन ईमानदारी, संतोष और सही मूल्यों के साथ। यही सच्चे सुख और शांति का रास्ता है।
नोट - यहां दी गई जानकारियां धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं पर आधारित हैं।