नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: रोशनी घर स्थित ऊर्जा सरकार मंदिर पर जयेंद्रगंज में पार्थिव शिवलिंग का आयोजन किया गया जो कि 21 जुलाई से प्रारंभ होकर और नौ अगस्त को विधि-विधान के साथ पूजन कर समापन होगा। पहले दिन शिवभक्तों ने पांच हजार पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया गया। इनका विशेष ध्यान रखा जाता है और अंत में आरती करने के बाद में उनका विसर्जन किया जाता है। इसमें आम लोग भी शामिल हो सकते हैं जो कि पूर्णता निशुल्क रखा गया है।
इस आयोजन के सूत्रधार भागवताचार्य घनश्याम शास्त्री ने बताया कि देवों के देव महादेव शिव को कल्याणकारी देवता के रूप में सर्वत्र पूजा जाता है। श्रावण माह में शिवलिंग की पूजा-अभिषेक अनेक मनोरथों को पूर्ण करने वाली है। ये समस्त जगत लिंगमय है, सब कुछ लिंग में प्रतिष्ठित है, अतः जो आत्मसिद्धि चाहता है उसे शिवलिंग की विधिवत पूजा करनी चाहिए।
सभी देवता,दैत्य, सिद्धगण, पितर, मुनि, किन्नर आदि लिंगमूर्ति का अर्चन करके सिद्धि को प्राप्त हुए हैं। सनातन परंपरा में अलग-अलग प्रकार के शिवलिंग की पूजा के अलग-अलग फल बताए गए हैं, लेकिन सभी प्रकार के शिवलिंग में पार्थिव शिवलिंग की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है। शिवजी की आराधना के लिए पार्थिव पूजन सभी लोग कर सकते हैं, फिर चाहे वह पुरुष हो या फिर महिला।
यह सभी जानते हैं कि शिव कल्याणकारी हैं। जो पार्थिव शिवलिंग बनाकर विधिवत पूजन अर्चना करता है, वह दस हजार कल्प तक स्वर्ग में निवास करता है। अनामिका शर्मा ,रवि गुप्ता, कीर्ति श्रीवास्तव, राजकुमारी, गीता तिवारी, संतोष चौरसिया, हरिओम शर्मा आदि मौजूद थे।