ललित नारायण कटारिया, नईदुनिया, भोपाल। पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर से पैदा हुए तनाव के नाम पर भोपाल से एशियन रोइंग चैंपियनशिप की मेजबानी छीन ली गई है। एक ऐसे समय जब प्रदेश का खेल एवं युवा कल्याण विभाग बड़ा तालाब और आसपास आयोजन की तैयारी में जुटा था, उसे प्रतियोगिता की मेजबानी जाने की सूचना मिली है। यह प्रतिष्ठित प्रतियोगिता 14 से 19 अक्टूबर तक होनी थी।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी। उसके जवाब में छह-सात मई की रात ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ। 10 मई को सीजफायर की घोषणा हो गई। अगले दो दिनों में स्थितियां तेजी से सामान्य होने लगीं। इन्हीं स्थितियों में 16 मई को भारतीय रोइंग फेडरेशन की तत्कालीन अध्यक्ष राज्यलक्ष्मी सिंहदेव ने एशियन रोइंग फेडरेशन के महासचिव को एक पत्र लिखा।
इसमें कहा गया कि देश की तनावपूर्ण स्थिति की वजह से आयोजन को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है। ऐसे में भारत भोपाल में आयोजित एशियन रोइंग चैंपियनशिप-2025 की मेजबानी नहीं कर पाएगा। इसी पत्र के आधार पर एशियन रोइंग फेडरेशन ने भोपाल की मेजबानी रद कर वियतनाम को दे दी।
अब यह आयोजन 16 से 19 अक्टूबर तक हेइपोंग शहर में होगा। खेल विभाग को अब जाकर इसका पता चला है तो वहां खलबली है। विभाग इसके खिलाफ आधिकारिक आपत्ति दर्ज कराने जा रहा है।
देश की प्रतिष्ठा गिराने वाले इस फैसले से पहले भारतीय रोइंग फेडरेशन ने केंद्र सरकार और अथवा राज्य सरकार से बातचीत तक नहीं की। इस संबंध में पूछे जाने पर फेडरेशन की तत्कालीन अध्यक्ष राज्यलक्ष्मी सिंहदेव ने कहा कि तैयारियों को लेकर मध्य प्रदेश के खेल विभाग ने भी उनसे संपर्क नहीं किया था। उन्हें लगा कि ऐसी स्थिति में हम आयोजन नहीं कर पाएंगे।
भारत में यह चैंपियनशिप होती तो महिला व पुरुष दोनों वर्गों में भारत के 22-22 खिलाड़ी यानी कुल 44 खिलाड़ी शिरकत करते, लेकिन अब वियतनाम में होने से यह संख्या कुल 10 या 11 हो जाएगी। महिला व पुरुष वर्ग 10-10 इवेंट होना है। आयोजन के लिए बड़े तालाब के खानूगांव की तरफ तैयारियां की जा रही थी। इस आयोजन से भोपाल में अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का रास्ता खुल जाता।
हमें मेजबानी जाने का पता बहुत देर से चला है। इस फैसले से पहले हमसे पूछा तक नहीं गया। इसपर हम आधिकारिक आपत्ति दर्ज कराने के लिए पत्र लिख रहे हैं। - राकेश गुप्ता, संचालक खेल विभाग, भोपाल
एशियन चैंपियनशिप की मेजबानी अब वियतनाम को मिल गई है। हम अगले वर्ष के लिए दोबारा प्रयास करेंगे। पूरी कोशिश होगी कि इसका आयोजन भोपाल में ही हो। - बालाजी मारड़ापा, अध्यक्ष, भारतीय रोइंग फेडरेशन