
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। यदि आप रोजाना अनजान नंबरों से आने वाली काल से परेशान हैं, तो अब कुछ दिनों में आपको इससे राहत मिल जाएगी। क्योंकि दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई मोबाइल के लिए ऐसा फीचर लांच करने जा रहा है। जिससे फोन पर कॉल करने वाला का असली नाम स्क्रीन पर नजर आएगा।
इस फीचर का नाम कॉलिंग नेम प्रजेंटेशन रखा गया है। खास बात यह है कि इस फीचर के लिए इंटरनेट की जरूरत नहीं पड़ेगी और यह फीचर स्मार्ट फोन में तो काम करेगा ही, साथ ही बेसिक फोन में भी काम करेगा। साथ ही यह फीचर और यह सेवा पूरी तरह से फ्री होगी।
वर्तमान में लोग लोग फोन काल किसका है इसे जानने के लिए एक ट्रूकालर एप का उपयोग करते हैं। लेकिन इस एप में नाम कोई भी बदल सकता है। यानी कॉल कोई और कर रहा है और नाम किसी और का आ रहा है। साथ ही इस एप के लिए इंटरनेट जरूरी है और यह स्मार्ट फोन में ही चलता है। ऐसे में बेसिक फोन वाले इस एप की सुविधा नहीं उठा पाते।
यह सुविधा लागू होते ही मोबाइल यूजर्स को स्पैम, फर्जी और ठगी वाली कॉल्स से बड़ी राहत मिलेगी। अब कॉल उठाने से पहले ही यूजर को यह पता चल सकेगा कि सामने वाला व्यक्ति कौन है। यह जानकारी सीधे टेलीकाम ऑपरेटर के डेटाबेस से आएगी, यानी जिस नाम से सिम रजिस्टर्ड है, वही नाम कॉल रिसीव करने वाले के फोन पर दिखेगा।
ग्वालियर सहित वर्तमान में देश में हर दिन लाखों फर्जी, स्पैम और धोखाधड़ी वाली काल्स लोगों तक पहुंचती हैं। कभी किसी बैंक अधिकारी के नाम पर, तो कभी बिजली बिल या डिजिटल अरेस्ट के बहाने, ठग लोग भोले-भाले नागरिकों को निशाना बनाते हैं। खासकर बुजुर्ग और ग्रामीण इलाकों के लोग इस तरह की धोखाधड़ी के शिकार बनते हैं। ट्राई का नया सिस्टम इन कॉल्स पर रोक लगाने में मदद करेगा।
इससे न केवल यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि डिजिटल फ्राड के मामलों में भी कमी आएगी। अब काल उठाने से पहले ही स्क्रीन पर दिखेगा कॉलर का वास्तविक नाम और आप बिना झिझक तय कर सकेंगे कि कॉल उठानी है या नहीं।