चित्रा नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक चतुर, उत्साही, निडर, साहसी, बहादुर व व्यंग्य पसंद एवं सुरुचि संपन्न होते हैं।
Chitra Nakshatra: आकाश मंडल में 27 नक्षत्रों में से चित्रा नक्षत्र का 14वां स्थान है। इस नक्षत्र के दो चरण कन्या और दो चरण तुला राशि में हैं। इस नक्षत्र के स्वामी मंगल ग्रह और अधिष्ठाता देव विश्वकर्मा हैं। इस नक्षत्र में एक प्रधान तारा होता है, जो मोती या मणि की तरह दिखाई देता है। जिन व्यक्तियों का इस नक्षत्र में जन्म होता है, उनका व्यक्तित्व आकर्षक होता है। इनके नैन-नक्श तीखे विशेषकर आंखें आकर्षक होती हैं। अपने व्यक्तित्व एवं बोलचाल से ये अनायास पहचाने जाते हैं।