FBI ने अमेरिका में बड़ा आतंकी हमला किया नाकाम
अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने डेट्रॉइट क्षेत्र में एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को विफल करने का दावा किया है। एजेंसी ने पिछले हफ्ते दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
Publish Date: Tue, 04 Nov 2025 03:46:58 PM (IST)
Updated Date: Tue, 04 Nov 2025 03:51:46 PM (IST)
FBI के एजेंट कई हफ्तों से इन लोगों पर नजर रख रहे थे (फोटो: रॉयटर्स)HighLights
- एजेंसी ने पिछले हफ्ते दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया
- दोनों आरोपी इस्लामिक स्टेट के चरमपंथ से प्रेरित थे
- कद्दू शब्द का जिक्र करते थे, जो हैलोवीन हमले का संदर्भ था
डिजिटल डेस्कः अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI)ने डेट्रॉइट क्षेत्र में एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को विफल करने का दावा किया है। एजेंसी ने पिछले हफ्ते दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
कई हफ्तों से दोनों संदिग्धों पर नजर रख रहे थे
जानकारी के मुताबिक, एफबीआई एजेंट्स कई हफ्तों से इन दोनों संदिग्धों की गतिविधियों पर नज़र रख रहे थे। शुक्रवार को एफबीआई डायरेक्टर काश पटेल ने मोमेद अली और माजिद महमूद नाम के दो आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की, हालांकि उस समय जांच से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई थी।
LGBTQ+ बारों की जासूसी की थी
फेडरल अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने डेट्रॉइट के उपनगर फ़र्नडेल स्थित LGBTQ+ बारों की जासूसी की थी और संभावित हमले की योजना बना रहे थे। तलाशी के दौरान डियरबॉर्न के एक घर और इंक्स्टर में स्थित एक स्टोरेज यूनिट से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ है।
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल ने सोशल मीडिया पर किया पोस्ट
अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, हमारे सुरक्षा बलों ने एक संभावित आतंकी हमले को समय रहते रोक लिया। यह हमारे एजेंटों की सतर्कता और समर्पण का प्रमाण है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों संदिग्धों से पूछताछ जारी है और एफबीआई इस बात की जांच कर रही है कि क्या इनके तार किसी अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन से जुड़े हैं।
दोनों आरोपी इस्लामिक स्टेट के चरमपंथ से प्रेरित थे
संघीय कोर्ट में 72 पन्नों की आपराधिक शिकायत दर्ज की गई है। इसमें दोनों आरोपी मोमेद अली और माजिद महमूद और अन्य सह-साजिशकर्ता को इस्लामिक स्टेट के चरमपंथ से प्रेरित बताया गया है। इन चर्चाओं में एक नाबालिग के शामिल होने की बात भी कही जा रही है। एफबीआई के अनुसार, ये लोग बातचीत में कद्दू शब्द का जिक्र करते थे, जो हैलोवीन हमले का संदर्भ था।
आरोपियों के पास AR-15 शैली की राइफल थी
दोनों आरोपियों के पास AR-15 शैली की राइफल थी, जिसके लिए उन्होंने 1600 से ज्यादा राउंड के कारतूस खरीदे थे। इन बंदूकों से वे रेंज में प्रैक्टिस भी करते थे। जांच अधिकारियों के एन्क्रिप्टेड चैट और अन्य बातचीत के जरिए मामले की तह तक पहुंचने में सफलता मिली।